Soul Spark

साहस और शक्ति

‘साहस’ और ‘शक्ति’ दो ऐसे शब्द हैं जिन्हें अक्सर एक ही अर्थ में प्रयोग कर लिया जाता है। पर क्या ये सचमुच पर्यायवाची हैं? नहीं, बिल्कुल नहीं।

शक्ति ऊर्जा है, और साहस परीक्षाओं और चुनौतियों के सामने उस ऊर्जा का उपयोग करने की तत्परता है। हमें पहले शक्ति चाहिए जो साहस बनकर प्रकट होती है। इसके विपरीत करना – शक्ति के बिना साहस दिखाना – हमें निश्चित असफलता की ओर ले जाता है।

आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए साहस की अनिवार्यता होती है। अपनी सीमित मान्यताओं को छोड़ने का साहस, एक ऐसा जीवन जीने का साहस जो हमारे मित्रों या परिवारजनों से भिन्न हो सकता है, सीमित बुद्धि से उत्पन्न इच्छाओं का त्याग करने का साहस, ईश्वरीय सत्ता के अनंत ज्ञान के अज्ञात क्षेत्र से आने वाले दिव्य आदेश को अपनाने का साहस। यात्रा के आरंभ में इस साहस (तत्परता) के कई स्रोत हो सकते हैं – जिज्ञासा, दुखों के दुष्चक्र को तोड़ने की अभिलाषा, या संभवतः परम से मिलन की तड़प। परंतु यदि हम इस साहस का उपयोग शक्ति के कुण्ड को भरे बिना करते हैं, तो हम अधिक दूर नहीं जा सकते।

तो प्रश्न यह है कि शक्ति के कुण्ड को पुन:पुनः कैसे भरें? शक्ति का सबसे प्रबल स्रोत है एक दिव्य अहसास – यदि आपको इस मार्ग पर चलने के लिए चुना गया है, तो यह केवल इसलिए है क्योंकि किसी शुद्ध-बुद्ध चेतना ने आपसे अनन्य प्रेम किया है।

इस अहसास को अपने भीतर गहराई से उतरने दें, और अपने हृदय में व्यापक होते वेदन को महसूस करें। इस वेदन से ही आपकी शक्ति का कुण्ड भर जाएगा। अब आप आज के दिन का सामना करने के लिए तैयार हैं, साहस के साथ!


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13 Comments

  1. Thank you Sri Guru for deeply loving me. Thank you for choosing me to strengthen the reservoir. Thank you for your unconditional love.🙏🙏🙏

    Love you Sri Guru
    ❤️🌹❤️

  2. अद्भुत! अहो उपकार! अहो उपकार! अहो आश्चर्य! अहो आश्चर्य !!! परम कृपादु गुरुदेव, मैं आपको प्यार करता हूँ! धन्यवाद बहुत बहुत। आपके चरणों में अगणित वंदन ❤❤❤

  3. प्रभु, इस वाक्य ने ह्रदय की गहराइयों को स्पर्श किया है;
    “किसी शुद्ध बुद्ध चेतना ने आपसे अनन्य प्रेम किया है।”

  4. अहो अहो उपकार
    प्रेम के दरिया में डूबे मेरे श्री गुरू,नमन ,वंदन
    Thank you श्री गुरू मुझे प्रेम करने के लिए,चुनने के लिए,अपना बनाने के लिए,love you Sri Guru……

  5. आपका शब्दों से साहस और शक्ति के अर्थ को इतनी सुंदरता से समझाने का तरीका सराहनीय है श्री गुरु। आपकी गहराई से निरूपित विचारशीलता और उदाहरण से भरपूर Soul Spark’ बातचीत के लिए धन्यवाद श्री गुरु!
    हम धन्य हुए। अहो उपकार प्रभु!

  6. Indeed! Blessed I am to have been given the knowledge for this greatest realization and receiving the love and grace of our Sri Guru. Aho Upkar, Sri Guru! 🙏

  7. Deep Gratitude to SRM editorial team for such Sparks that remind amd guide us to fill our Soul’s reservoirs!

  8. वाह, श्री गुरु! आपको पाकर धन्य हो गए हैं हम। मैं आपसे ही प्रेम करता हूँ, श्री गुरु ❤️ 😍”

  9. अहा! शुद्ध बुद्ध चेतना का अनन्य प्रेम व दिव्य अहसास!!
    साहस और शक्ति का बेजोड़ समन्वय !!
    परम् उपकारी रे ,परम् उपकारी !!

  10. Thank you shri Guru
    It was much required. I need your blessings to walk strongly on the path chosen for me today. It’s a challenging day for me. Please give me strength and courage to take each step by holding your hand.

  11. तन भी तेरा, मन भी तेरा।

  12. रोम-रोम में आनंद बरस आयो रे, श्री गुरु मन में भयो रे! आपकी करुणा व कृपा का सदा एहसास बना रहें, ऐसी भक्ति देना। अपने मेरी दृष्टि बदली, सोच बदली, सारा जीवन सवर गया… हर पल वंदन हो, वंदन हो!

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