हम में से बहुत से लोग अपने ईमेल इनबॉक्स को प्रबंधित करने का संघर्ष करते हैं। हम व्यर्थ के ईमेलों के ढेर को बढ़ने देते हैं, जिसमें सैकड़ों (या हज़ारों) ईमेल होते हैं। हमारे पास तो कई अन्य महत्वपूर्ण कार्य भी होते हैं, है ना? लेकिन एक दिन, हमें एहसास होता है कि उस ढेर में कहीं गहरे दबे हुए, एक अति आवश्यक ईमेल की धीमी मृत्यु हो गई।
अपने मन को भी इसी तरह के भाग्य पर न छोड़ें। आपके मस्तिष्क के भीतर जो सतत हलचल सुनाई देती है, वह कुछ नहीं बल्कि उन व्यर्थ के विचारों का ढेर है जो पूरे दिन, और हर दिन, बढ़ता रहता है। इस कोलाहल की तीव्र ध्वनि उस मधुर धुन को दबा देगी जिसे ब्रह्माण्ड सिर्फ आपके लिए गा रहा है।
अपने इनबॉक्स को साफ करने के लिए अमृत वेला के शांत समय का उपयोग करें। ध्यान करें।
અહો આશ્ચર્ય!!! શ્રી ગુરુ ધ્યાન રૂપ થવાની પ્રેરણા ઈમેલ ની સરખામણી દ્વારા???
તહેદિલ થી ધન્યવાદ.
વિચારો નો કોલાહલ બ્રહ્માંડ ના મધુર ધ્વનિ ને દબાવી દે છે. ટેક અવે : અમૃતવેલા નું સમય 🙏♥️🪷
Your words always “hit the nail on the head” Sri Guru.
I am glad to get your reminders so as to keep working on self.
Thankyou Sri Guru.