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अंतिम उपदेश
परम कृपालु देव श्रीमद् राजचंद्र जी विरचित इच्छत है जो जोगी जन, अनंत सुख स्वरूप।मूल ...
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योग और यौगिक क्रिया
भारतीय विचारधारा में ‘योग’ को मनुष्य जीवन का उच्चतम आदर्श माना गया है। अनादि से ...
Religion x Spirituality
धर्म और अध्यात्म
धर्म और अध्यात्म — ऐसे दो महत्वपूर्ण शब्द है जो हर मनुष्य के अंतरंग विकास ...
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प्रतीकों का जगत
ज्ञानियों की महा-कला मनुष्य के जीवन में धर्म की मौजूदगी जीवन का अभिन्न अंग है ...
Spirituality
निष्काम होना क्या?
धर्म जगत का मूल बिंदु है — निष्काम बनो। शास्त्रों के प्रत्येक सूत्र कामना छोड़ो, ...
Spirituality
अनेकांतवाद
जैन धर्म की प्रमुखता विश्व में प्रचलित हर धर्म की अपनी कोई विशेषता है, प्रमुखता ...
Sri Guru's Notes
संपूर्ण-मनुष्य — पश्चिम व पूर्व का मिलन
पिछले छः वर्षों से पश्चिम की भूमि पर जा कर अपने धर्म संबंधित सूझाव को ...
Sri Guru's Notes
भगवद गीता — एक सम्पूर्ण मार्ग
श्रीमद् भगवद गीता के अट्ठारह अध्याय में भगवान श्रीकृष्ण ने कर्म योग, भक्ति योग और ...
Sri Guru's Notes
अपेक्षाओं पर कुछ विचार
प्रश्न : सत्संग हमें सिखाते हैं कि निष्काम बनो, किसी से कोई भी अपेक्षा मत ...
Sri Guru's Notes
क्या जीवन में एक ही गुरु होना चाहिए?
प्रश्न : अध्यात्म के इस मार्ग पर प्रथम क़दम उठाने के लिए सद्गुरू का होना अनिवार्य ...